Tuesday, September 16, 2008

पिछली रात में....

चांदनी रातें , चांदनी रातें
चांदनी रातें , चांदनी रातें

सब जग सोये हम जागें
तारों से करें बातें

चांदनी रातें , चांदनी रातें
चांदनी रातें , चांदनी रातें

तकते तकते टूटी जाए आस
पिया ना आए रे तकते तकते
शाम सवेरे दर्द अनोखे उठे
जिया घबराए रे शाम सवेरे

रातों ने मेरी नींद लूट ली
दिन के चैन चुराए रे
दुखिया आखें ढूँढ रही हैं
कहीं प्यार की बातें

चांदनी रातें , चांदनी रातें
चांदनी रातें , चांदनी रातें

पिछली रात में हम उठ उठ के
चुपके चुपके रोये रे पिछली रात में
सुख की नींद में मीत हमारे
देस पराये सोये रे सुख की नींद में

दिल की धड़कनें तुझे पुकारे
आजा बालम आई बहारें
बैठ के तन्हाई में करलें
सुख दुःख की दो बातें

चांदनी रातें , चांदनी रातें
चांदनी रातें , चांदनी रातें

सब जग सोये हम जागें
तारों से करें बातें

चांदनी रातें , चांदनी रातें
चांदनी रातें , चांदनी रातें

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